पीएम मोदी ने कोरोना पर देश वासियों से 'जनता-कर्फ्यू' का मांगा समर्थन, अपील- 22 मार्च को सुबह 7 से रात 9 बजे तक घर में रहें


COVID-19: कोरोना वायरस से दुनियाभर के 100 से ज्यादा देश प्रभावित हैं। चीन के वुहान शहर से फैला कोरोन वायरस से 9 हजार 149 लोगों की पुरी दुनिया में मौत हो गई है। भारत में कोरोना से अबतक 4 लोगों की मौत हुई है

नई दिल्ली:  कोरोना वायरस OVID-19) के भारत में बढ़ते प्रकोप के बीच आज (19 मार्च) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी राष्ट्र को संबोधित कर रहे हैं। संबोधन के वक्त पीएम मोदी ने  जनता-कर्फ्यू के बारे में बात की। पीएम मोदी ने कहा कि मैं आज प्रत्येक देशवासी से एक और समर्थन मांग रहा हूं। ये है जनता-कर्फ्यू। जनता कर्फ्यू यानि जनता के लिए, जनता द्वारा खुद पर लगाया गया कर्फ्यू है। पीएम मोदी ने कहा, इस रविवार, यानि 22 मार्च को, सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक, सभी देशवासियों को, जनता-कर्फ्यू का पालन करना है। 

पीएम मोदी ने कहा, साथियों, 22 मार्च को हमारा ये प्रयास, हमारे आत्म-संयम, देशहित में कर्तव्य पालन के संकल्प का एक प्रतीक होगा। 22 मार्च को जनता-कर्फ्यू की सफलता, इसके अनुभव, हमें आने वाली चुनौतियों के लिए भी तैयार करेंगे। 
पीएम मोदी ने कहा, संभव हो तो हर व्यक्ति प्रतिदिन कम से कम  10 लोगों को फोन करके कोरोना वायरस से बचाव के उपायों के साथ ही जनता-कर्फ्यू के बारे में भी बताए। साथियों, ये जनता कर्फ्यू एक प्रकार से हमारे लिए, भारत के लिए एक कसौटी की तरह होगा। 
पीएम मोदी ने कहा, मेरा सभी देशवासियों से ये आग्रह है कि आने वाले कुछ सप्ताह तक जब बहुत जरूरी हो तभी अपने घर से बाहर निकलें। जितना संभव हो सके, आप अपना काम, चाहे बिजनेस से जुड़ा हो, ऑफिस से जुड़ा हो, अपने घर से ही करें। 
पीएम मोदी ने कहा, इन देशों में शुरुआती कुछ दिनों के बाद अचानक बीमारी का जैसे विस्फोट हुआ है। इन देशों में कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या बहुत तेजी से बढ़ी है। भारत सरकार इस स्थिति पर, कोरोना के फैलाव के इस ट्रैक रिकॉर्ड पर पूरी तरह नजर रखे हुए है। 
पीएम मोदी ने कहा, मैं आप सभी देशवासियों से, आपसे, कुछ मांगने आया हूं। मुझे आपके आने वाले कुछ सप्ताह चाहिए, आपका आने वाला कुछ समय चाहिए।

एम मोदी ने कहा, आम तौर पर कभी जब कोई प्राकृतिक संकट आता है तो वो कुछ देशों या राज्यों तक ही सीमित रहता है। लेकिन इस बार ये संकट ऐसा है, जिसने विश्व भर में पूरी djndndjमानवजाति को संकट में डाल दिि